उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में पुलिस ने आर्थिक लालच देकर धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. यह गिरोह अहरौरा और आसपास के क्षेत्रों में गरीब आदिवासियों को निशाना बनाकर सक्रिय था. गिरोह शैतानी शक्तियों से मुक्ति और आर्थिक लाभ का प्रलोभन देकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराता था.
पुलिस के अनुसार, इण्डियन मिशनरीज सोसाइटी तिरूनिवेली (तमिलनाडु) के माध्यम से देव सहायम डैनियल राज को अहरौरा और नौगढ़ (चंदौली) का फील्ड इंचार्ज बनाया गया था. डैनियल राज लगातार अपने साथियों के साथ चंगाई प्रार्थना सभाओं का आयोजन करता था और गांव-गांव प्रचारकों के जरिए लोगों को जोड़ता था.
धर्मांतरण कराने वाले गैंग के पांच सदस्य गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए डैनियल राज ने पूछताछ में बताया कि उनके अधीन आठ एंग्लवेलिस्ट नियुक्त हैं. इन्हें प्रार्थना सभा कराने और प्रचार के लिए इण्डियन मिशनरीज सोसाइटी द्वारा वेतन और धन मुहैया कराया जाता था. महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई और अन्य मदद के बहाने आर्थिक प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया जाता था.
पैसों का लालच देकर करते थे धर्मांतरण
पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी हैं. तमिलनाडु के देव सहायम डैनियल, सोनभद्र के राज मिथिलेश कुमार कोल और मिर्जापुर के ओमप्रकाश, पारस सोनकर और थामस राम सेवक. सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. पुलिस का कहना है कि ऐसे गिरोहों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और गरीब और असहाय लोगों को किसी भी तरह के प्रलोभन और धर्मांतरण से बचाने के लिए सतर्कता बढ़ाई जा रही है.
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