iPhone 17 Series लॉन्च इवेंट के दौरान स्पॉटलाइट iPhone Air पर रहा. क्योंकि ये एक अलग तरह का फोन है. बेहद स्लिम है और लाइट वेट है. ऐसा नहीं है कि दुनिया में इससे पतले और लाइट वेट स्मार्टफोन पहले आए नहीं. लेकिन ये फोन ड्यूरेबल भी है और बेंड टेस्ट को पास भी कर गया है. यानी आप इसे बेंड नहीं कर सकते हैं.
स्लिम फ़ोन में दो सबसे बड़ी दिक्कते होती हैं. पहली ये कि स्लिम फ़ोन बेंड यानी मुड़ कर टूट जाते हैं और दूसरी बैटरी इश्यू. चूंकि पतले फ़ोन में पावरफुल बैटरी नहीं दी जा सकती है, इसलिए बैकअप एक बड़ी समस्या होती है. कुछ ही महीने पहले Samsung ने भी एक पतला फ़ोन Galaxy S25 Edge लॉन्च किया है. हालांकि iPhone Air के मुकाबले वो कम पतला है.
iPhone Air मैं पिछले कुछ समय से यूज कर रहा हूं. यूज करने के बाद शुरुआती एक्सपीरिएंस कैसा रहा आपको बताता हूं, ताकि अगर आप इसे खीरदने का सोच रहे हैं तो फैसला लेना आपके लिए आसान हो सके.
iPhone Air – डिजाइन और एक्स्पीरिएंस
इस बार Apple ने iPhone 17 Pro और iPhone 17 Pro Max में टाइटैनियम के बजाए एल्यूमिनियम फ़्रेम दिया है. पिछले दो सालों से टाइटैनियम बॉडी मिलती थी. लेकिन दिलचस्प ये है कि iPhone Air में टाइटैनियम फ़्रेम का ही यूज़ किया गया है जो इसे देखने में प्रीमियम बनाता है और मज़बूत भी.
पीछे की तरफ़ टॉप पर कैमरा वाइजर मिलता है जिसे कंपनी Camera Plataue कहती है. यहां सिंगल 48 मेगापिक्सल Fusion कैमरा है और प्लेटो के ही राइट साइड में एलईडी फ़्लैश लाइट है.
शानदार बात ये है कि कंपनी ने इसी कैमरा प्लेटो के नीचे तमाम जरूरी चीजें एंबेड की हैं. प्रोसेसर से लेकर कैमरा सेंसर तक इसी छोटे और पतले कैमरा प्लेटो के अंदर फिट किया गया है. नीचे पूरा एरिया बैटरी के लिए छोड़ा गया है. फिर भी बैटरी की पावर 3149mAh ही है, क्योंकि फोन 5.6mm थिकनेस वाला है. इसलिए मुमकिन ही है नहीं है कि इससे ज्यादा बैटरी दी जा सके. अगर सिलिकॉन कार्बन का यूज किया गया होता तो शायद स्थिति बेहतर हो सकती थी.
iPhone Air: इन हैंड फील
शुरुआत में इसे यूज करना थोड़ा अलग लगता है, क्योंकि आम तौर पर आप जो स्मार्टफोन यूज करते हैं वो इससे काफी थिक होता है. इसलिए कुछ दिन आपको एडजस्ट होने में लगेगा. डिस्प्ले 6.5 इंच की है और 3000 तक की पीक ब्राइटनेस मिलती है. आउटडोर में यूज करने में कोई समस्या नहीं है. हाई रिफ्रेश रेट, सुपर रेटिना XDR के साथ प्रो मोशन सपोर्ट है जो इसे बेहतर और प्रो लेवल का बनाती है.
कंपनी ने दावा किया है कि इसके साथ ऑल डे यानी पूरे दिन की बैटरी बैकअप मिल सकेगी. इसी लिए बैटरी के लिए इतना स्पेस रखा गया है. फ़ोन बेहद पतला तो है, लेकिन बैक टॉप में मोटा हो जाता है, क्योंकि यहां कैमरा प्लेटो दिया गया है.
iPhone Air में सिम कार्ड स्लॉट नहीं है
फ़ोन में कोई सिम ट्रे नहीं दिया गया है. यानी आपको ई-सिम ही यूज़ करना पड़ेगा. कंपनी ने iPhone Air को ग्लोबली ई-सिम ऑनली वेरिएंट के साथ ही लॉन्च किया है.
इसमें भी आपको ऐक्शन बटन, कैमरा कंट्रोल बटन, वॉल्यूम रॉकर कीज और पावर बटन दिया गया है. नीचे की तरफ़ टाइप सी पोर्ट है और यहां कोई स्पीकर ग्रिल नहीं है.
फोन इतना पतला और लाइट वेट है कि कई बार पता नहीं चलता है कि ये आपके पॉकेट में है. इसके साथ लॉन्च किया गया कवर भी काफी पतला है.
कंपनी ने इस फ़ोन के साथ एक ख़ास पावर पैक भी पेश किया है जो इस फ़ोन के पीछे मैगसेफ के ज़रिए चिपक जाता है. इस पावरबैंक को दूसरे iPhone के साथ यूज़ तो कर सकते हैं, लेकिन कंपनी ने इसे डिज़ाइन ऐसा किया है कि iPhone Air के साथ ही ये परफेक्ट फिट होता है.
हालांकि बैटरी पैक लगा कर iPhone Air यूज करने का कोई खास प्वाइंट नहीं है, क्योंकि इसे लगाने के बाद ये नॉर्मल फोन से भी मोटा लगने लगता है. इससे फोन वायरलेसली चार्ज होता रहेगा और इसकी बैटरी कैपेसिटी भी उतनी ही है जितनी iPhone Air की बैटरी है.
iPhone के Plus वेरिएंट को मिस करेंगे आप..
भले ही iPhone Air सुपर स्लिम फोन है और पावरफुल भी. लेकिन इसकी कीमत 1 लाख 20 हजार रुपये से शुरू होती है. पहले अगर बड़ी ़डिस्प्ले वाला iPhone चाहिए होता था तो लोग Plus मॉडल लेते थे, क्योंकि Pro Max हमेशा सा काफी महंगा है. लेकिन अब अगर आपको iPhone 17 सीरीज का फोन लेना है और बड़ी डिस्प्ले चाहिए तो आपको कम से कम 1 लाख 20 हजार रुपये लगाने ही होंगे. कई लोगों के लिए ये एक इश्यू हो सकता है. क्योंकि हर कोई iPhone Air नहीं लेना चाहेगा, क्योंकि कंपनी कितना भी दावा करे, लेकिन बैटरी इसकी Plus मॉडल जितना बैकअप नहीं दे सकती है.
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