अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक नेता सोमवार को व्हाइट हाउस में सरकारी फंडिंग को लेकर बिना किसी समझौते के बैठक छोड़कर बाहर आ गए. इससे बुधवार को सरकारी कामकाज ठप होने का खतरा बढ़ गया है. इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए उपराष्ट्रपति जेडी वेंस गतिरोध को बेतुका बताया है और कहा कि अब शटडाउन होना तय है. हालांकि, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को गतिरोध के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने वेस्ट विंग के बाहर रिपब्लिकन नेताओं के साथ खड़े होकर मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि हम शटडाउन की ओर बढ़ रहे हैं.’
उन्होंने इस गतिरोध को बेतुका बताते हुए कहा, ‘आप सरकार को ठप नहीं करते हैं.” हालांकि, दोनों पक्ष गतिरोध के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.’
समाचार रॉयटर्स के अनुसार, अगर मंगलवार आधी रात तक कोई समझौता नहीं होता है तो हजारों संघीय कर्मचारियों की छुट्टी हो सकती है और नासा से लेकर राष्ट्रीय उद्यानों तक की सेवाएं ठप हो सकती हैं.
क्यों है विवाद
दरअसल, तत्काल टकराव मंगलवार आधी रात के बाद संघीय फंडिंग को बढ़ाने को लेकर है. डेमोक्रेट इस बात पर अड़े हैं कि किसी भी अल्पकालिक बिल में खत्म होने वाले स्वास्थ्य लाभों को भी शामिल किया जाना चाहिए. ट्रंप के रिपब्लिकन का तर्क है कि दोनों मुद्दों को अलग रखा जाना चाहिए.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, सीनेट डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच अभी भी बहुत बड़े मतभेद हैं. हाउस डेमोक्रेटिक नेता हकीम जेफ़्रीज ने आगे चेतावनी दी कि अगर तय समय सीमा नहीं बढ़ाई गई तो अफोर्डेबल केयर एक्ट की सब्सिडी खत्म होने से 2.4 करोड़ अमेरिकियों की स्वास्थ्य लागत बढ़ सकती है, क्योंकि किफायती देखभाल अधिनियम (ACA) की सब्सिडी समाप्त हो जाएगी.
अस्वीकार है रिपब्लिकन की योजना
जेफ़्रीज़ ने कहा, ‘हमारा मानना है कि स्वास्थ्य सेवा पर लगातार हमला करने और उसे खत्म करने की रिपब्लिकन योजना को स्वीकार करना अस्वीकार्य है.’
रिपब्लिकन का कहना है कि वे स्वास्थ्य सेवा पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन अस्थायी खर्च बिल के अंदर नहीं. समाचार एजेंसी के अनुसार, वेंस ने कहा कि डेमोक्रेट्स के पास कुछ विचार थे जो उन्हें और राष्ट्रपति को वास्तव में उचित लगे, पर उन विचारों को सौदेबाजी के रूप में इस्तेमाल करना और सरकार को बंद करना सही नहीं है.
वहीं, अगर कांग्रेस कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो संघीय अदालतें बंद हो सकती हैं, छोटे व्यवसायों के अनुदान में देरी हो सकती है और सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलेगा.
रॉयटर्स के अनुसार, केवल कुछ ही एजेंसियों ने बंद करने की योजनाएं बनाई हैं, जिससे संघीय नौकरशाही का एक बड़ा हिस्सा अधर में लटक गया है.
14 बार हो चुका है शटडाउन
वाशिंगटन में बजट गतिरोध नया नहीं है. 1981 के बाद से 14 आंशिक शटडाउन हो चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर कुछ ही दिनों में सुलझ गए. लेकिन ट्रंप का रवैया नई अनिश्चितता पैदा कर रहा है. वह पहले ही कांग्रेस द्वारा स्वीकृत अरबों डॉलर खर्च करने से इनकार कर चुके हैं. वह धमकी दे रहे हैं कि अगर सांसद उनकी शर्तों को पूरा करने में विफल रहे तो वह संघीय कर्मचारियों की छंटनी का दायरा बढ़ा सकते हैं.
डेमोक्रेट्स ने बातचीत के लिए वक्त निकालने के लिए सिर्फ एक हफ्ते का अस्थायी विस्तार की पेशकश की. रिपब्लिकन ने 21 नवंबर तक चलने वाले फंडिंग बिल का जवाब दिया. कैपिटल लौटने के बाद शूमर ने छोटे सौदे को सीधे तौर पर खारिज कर दिया.
वहीं, सीनेट रिपब्लिकन नेता जॉन थ्यून ने जीओपी की योजना पर एक और वोट निर्धारित किया. हालांकि, वह पहले एक बार विफल हो चुकी है.
35 दिनों तक चला था पिछला शटडाउन
बता दें कि ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान सीमा दीवार विवाद के कारण शुरू हुआ पिछला शटडाउन 35 दिनों तक चला था जो अमेरिकी इतिहास में सबसे लंबा शटडाउन था. डेमोक्रेट्स को डर है कि एक और गतिरोध 2026 के मध्यावधि चुनावों से पहले उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है.
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