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बिहार: बीजेपी ने मेनिफेस्टो कमेटी का किया गठन, 13 नेताओं को दी विधानसभा चुनाव की बड़ी जिम्मेदारी – Bihar assembly elections 2025 BJP forms manifesto committee ntc


बिहार बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए रविवार को मेनिफेस्टो कमेटी का ऐलान कर दिया है. इस कमेटी में कुल 13 नेताओं को शामिल किया गया है जो राज्य में पार्टी के चुनावी वादों, प्राथमिकताओं और दृष्टिकोण को जनता के सामने रखने का खाका तैयार करेंगे. 

इस संबंध में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने पत्र जारी कर मेनिफेस्टो कमेटी के सदस्यों के नाम घोषित की है. ये कमेटी बिहार की जनता की अपेक्षाओं और समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पार्टी के लिए घोषणापत्र तैयार करेगी, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार और विकास योजनाओं जैसे क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया जाएगा. बीजेपी ने इसे राज्य में एनडीए गठबंधन की मजबूत रणनीति का हिस्सा बताया है. कमेटी के गठन से पार्टी की चुनावी तैयारी को नई गति मिलेगी.

‘मेनिफेस्टो कमेटी में अनुभवी नेताओं को जगह’

मेनिफेस्टो कमेटी की सूची में अनुभवी नेताओं को जगह दी गई है जो विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हैं. प्रमुख सदस्यों में ऋतुराज सिन्हा, मनन मिश्रा, प्रेम कुमार, भीम सिंह, अर्जुन राजा सिन्हा, विवेकता सिंह, देवेश कुमार, सुरेश कुंवर, गुरु प्रकाश पासवान, अमिता भूषण, संतोष पाठक, अजीत चौधरी, प्रो. सीता सिंह और सुनील राम शामिल हैं. ये कमेटी राज्य और केंद्रीय स्तर के नेताओं का मिश्रण है जो पार्टी के अंत्योदय सिद्धांत को मजबूत करने में मदद करेगी.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने पत्र में कहा कि ये कमेटी बिहार के विकास के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे कमेटी के साथ मिलकर जनता की आवाज को घोषणापत्र में शामिल करें.

अभियान समिति का गठन

इससे पहले शनिवार को बीजेपी ने चुनाव अभियान समिति का भी गठन किया था, जिसमें 45 वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया. इस समिति में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, विजय सिन्हा और राजीव प्रताप रूड़ी जैसे बड़े नाम शामिल हैं. गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में पटना में हुई बैठक में इन नेताओं को बूथ से लेकर लोकसभा क्षेत्र तक नेटवर्क मजबूत करने का जिम्मा सौंपा गया. प्रत्येक नेता को 6-6 विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है जो प्रवासी नेताओं के माध्यम से स्थानीय कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का काम करेंगे.

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