अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को दावा किया कि मध्य पूर्व में ‘महानता’ हासिल करने का ऐतिहासिक अवसर सामने है। उन्होंने संकेत दिया कि सभी पक्ष किसी बड़े समझौते के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किस महानता की ओर इशारा कर रहे थे।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, ‘हमारे पास मध्य पूर्व में महानता हासिल करने का एक वास्तविक मौका है। पहली बार कुछ खास करने के लिए सभी तैयार हैं। हम इसे पूरा करेंगे!’
गाजा संघर्ष पर अमेरिका की 21 सूत्रीय पहल
अमेरिका ने हाल ही में गाजा संघर्ष खत्म करने के लिए 21 सूत्रीय प्रस्ताव पेश किया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब इस महीने की शुरुआत में दोहा पर इस्राइली हवाई हमलों के बाद इस्राइल और हमास के बीच वार्ता गतिरोध में है।
ये भी पढ़ें: Peace Plan For Gaza: अमेरिका ने गाजा में शांति के लिए खींचा खाका; इस्राइल हटेगा, हमास को छोड़ने होंगे हथियार
अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच आया है प्रस्ताव
यह प्रस्ताव इस्राइल और अमेरिका पर युद्ध समाप्त करने के लिए बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच आया है। सात अक्तूबर 2023 को हमास के हमले से शुरू हुए युद्ध में अब तक लगभग 1,200 इस्राइली लोग मारे गए हैं। वहीं, गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि अब तक 66,000 से अधिक फलस्तीनी जान गंवा चुके हैं।
गाजा पर सौदा होने वाला है: ट्रंप
कुछ दिन पहले ट्रंप ने गाजा संघर्ष को लेकर विश्वास व्यक्त किया था कि जल्द ही कोई सफलता मिलेगी। उन्होंने व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, ‘ऐसा लग रहा है कि गाजा पर हमारा समझौता हो गया है। यह एक ऐसा समझौता है, जिससे बंधकों को वापस लाया जा सकेगा। यह एक ऐसा समझौता होगा, जिससे युद्ध समाप्त होगा।’
ट्रंप की यह टिप्पणी संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर अरब नेताओं के साथ बैठकों के दौरान संघर्ष समाप्त करने के लिए 21-सूत्रीय प्रस्ताव की घोषणा के बाद आई है। ट्रंप ने मंगलवार (स्थानीय समयानुसार) को गाजा पर हुई एक उच्चस्तरीय बैठक को ‘बहुत सफल’ बताया, हालांकि फलस्तीनी राष्ट्र की मान्यता पर असहमति बनी रही। उन्होंने कहा, ‘गाजा पर हमारी एक अच्छी बैठक हुई। इसमें इस्राइल को छोड़कर सभी बड़े देश शामिल रहे।’
ये भी पढ़ें: Israel-Palestine Row: ‘काम खत्म’ करने वाला नेतन्याहू का बयान खतरनाक; इस्राइल से तनाव पर बोले फलस्तीनी राजदूत
संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीनी राष्ट्र को मान्यता पर ट्रंप का रुख
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने औपचारिक भाषण में ट्रंप ने फलस्तीनी राष्ट्र की एकतरफा मान्यता का कड़ा विरोध किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ऐसा करना हमास के लिए ‘इनाम’ जैसा होगा। ट्रंप ने युद्धविराम और युद्ध की समाप्ति की अपनी अपील दोहराई। उन्होंने कहा, ‘लगता है कि निरंतर संघर्ष को बढ़ावा देने के लिए, इस संस्था के कुछ सदस्य फलस्तीनी राष्ट्र को एकतरफा मान्यता देने की कोशिश कर रहे हैं। यह हमास आतंकियों के लिए उनके अत्याचारों पर बहुत बड़ा इनाम होगा।’