दिल्ली पुलिस ने विवादित बाबा चैतन्यानंद को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी का यह ऑपरेशन फिल्मी अंदाज में हुआ. दरअसल, दिल्ली पुलिस बाबा के बारे में सुराग मिलने के बाद आगरा पहुंची थी. यहां एक होटल में रात साढ़े तीन बजे पहुंचकर बाबा को अरेस्ट कर लिया. होटल कर्मी का कहना है कि यह पूरी कार्रवाई करीब 30 मिनट तक चली. इस होटल में बाबा ने अपना नाम चैतन्यानंद की जगह कुछ और बताया था.
शनिवार की शाम करीब 4 बजे चैतन्यानंद आगरा के होटल द फर्स्ट में पहुंचा. होटल कर्मी का कहना है कि बाबा ने यहां आईडी दी, औपचारिकताएं पूरी करने के बाद होटल का रूम नंबर 101 दिया, जिसमें बाबा को भेज दिया. बाबा ने होटल के रजिस्टर में जो नाम लिखा, वो चैतन्यानंद नहीं, बल्कि ‘स्वामी पार्थसारथी’ लिखा था. होटल के रजिस्टर में 27 सितंबर की शाम 4 बजकर दो मिनट का समय दर्ज है.
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रात साढ़े तीन बजे होटल के रिसेप्शन पर दो लोग पहुंचे. उन्होंने खुद को दिल्ली पुलिस का बताया और रिसेप्शनिस्ट भारत से कमरा नंबर 101 की जानकारी मांगी. भारत ने कमरे की लोकेशन बताई. दोनों लोगों ने कमरे का दरवाजा खुलवाया और चुपचाप बाबा को अपने साथ ले गए. दिल्ली पुलिस कई दिन से चैतन्यानंद की तलाश में थी. आगरा से बाबा की गिरफ्तारी की यह पूरी प्रक्रिया करीब 30 मिनट चली.
बता दें कि दिल्ली के पॉश इलाके में चैतन्यानंद की एक आलीशान कोठी है. वह खुद को आध्यात्मिक गुरु, शिक्षाविद और थिंकर के रूप में पेश करता था. उसका संस्थान श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SRISIIM) मैनेजमेंट और भारतीय परंपरा के मेल का पाठ पढ़ाने के नाम पर चलता था. लेकिन आरोप है कि इसी संस्थान को उसने ‘डर्टी गेम्स की पाठशाला’ बना दिया. अब उस पर बेहद संगीन आरोप लगे हैं.
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FIR ने पीड़ित छात्राओं ने आरोप लगाया है कि चैतन्यानंद देर रात कमरे में बुलाता था. आपत्तिजनक मैसेज भेजता था. डीन व स्टाफ के जरिए दबाव डलवाता था. विदेश यात्राओं पर साथ चलने को कहता था. विरोध करने पर धमकी दी जाती थी. फिलहाल चैतन्यानंद से इस पूरे मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है.
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