इजरायल ने 9 सितंबर 2025 को कतर की राजधानी दोहा में हमास नेताओं पर हवाई हमला किया, जिसके बाद यह सवाल उठा कि कतर के पास कौन से हथियार हैं. क्या वह इजरायली हमले का जवाब देने की सैन्य क्षमता रखता है. 2025 के ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स (GFP) के आधार पर कतर और इजरायल की सैन्य ताकत की तुलना करेंगे और यह समझेंगे कि क्या कतर इजरायल जैसे मजबूत देश का सामना कर सकता है.
कतर और इजरायल की सैन्य ताकत: एक तुलना
1. ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025
इजरायल: ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025 में इजरायल 145 देशों में 15वें स्थान पर है, जिसका पावर इंडेक्स स्कोर 0.2661 है (कम स्कोर का मतलब ज्यादा ताकत). इजरायल मध्य पूर्व की सबसे मजबूत सैन्य शक्तियों में से एक है.
कतर: कतर का स्थान 62वां है. उसका पावर इंडेक्स स्कोर 1.0786 है, जो इसे मध्यम स्तर की सैन्य शक्ति बनाता है. कतर की ताकत उसकी आर्थिक संपत्ति और आधुनिक हथियारों पर निर्भर है, लेकिन यह इजरायल से बहुत पीछे है.
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2. सैन्य जनशक्ति (Manpower)
इजरायल
- कुल जनसंख्या: 93 लाख.
- सैन्य कर्मी: 6.3 लाख (1.7 लाख सक्रिय, 4.65 लाख रिजर्व).
- 18-35 साल के पुरुषों के लिए अनिवार्य सैन्य सेवा (36 महीने पुरुषों के लिए, 21 महीने महिलाओं के लिए).
- हर साल 60,000 लोग सैन्य सेवा के लिए उपलब्ध.
- इजरायल की सैन्य सेवा में पुरुष और महिला दोनों शामिल हैं. यह एक अनुशासित और प्रशिक्षित सेना है.
कतर
- कुल जनसंख्या: 27 लाख
- सैन्य कर्मी: 66,550 (11,800 सक्रिय, बाकी रिजर्व)
- कतर में अनिवार्य सैन्य सेवा नहीं है, लेकिन 2018 से पुरुषों के लिए 4 महीने की राष्ट्रीय सेवा लागू है.
- हर साल 20,000 लोग सैन्य सेवा के लिए उपलब्ध.
- कतर की सेना छोटी है और ज्यादातर पेशेवर सैनिकों पर निर्भर है.
तुलना: इजरायल की सेना कतर से कई गुना बड़ी और बेहतर प्रशिक्षित है. इजरायल की अनिवार्य सैन्य सेवा उसे मानव संसाधन में भारी बढ़त देती है.
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3. वायुसेना (Air Power)
इजरायल
- कुल विमान: 612 (241 फाइटर जेट्स, 48 अटैक हेलिकॉप्टर, 146 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट).
- मुख्य हथियार: F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स, F-15, F-16 और अपाचे हेलिकॉप्टर.
- इजरायल की वायुसेना मध्य पूर्व में सबसे उन्नत है, जो लंबी दूरी के हमले और सटीक निशाने के लिए जानी जाती है.
कतर
- कुल विमान: 149 (36 फाइटर जेट्स, 24 अटैक हेलिकॉप्टर)
- मुख्य हथियार: राफेल (फ्रांस), यूरोफाइटर टाइफून (यूके), F-15QA और अपाचे हेलिकॉप्टर.
- कतर ने हाल के वर्षों में अपनी वायुसेना को आधुनिक बनाया है, जिसमें 2500 हेलफायर मिसाइलें शामिल हैं.
- भविष्य में F-35 की खरीद की संभावना, लेकिन अभी पुष्टि नहीं.
तुलना: इजरायल की वायुसेना कतर से चार गुना बड़ी और ज्यादा अनुभवी है. कतर की वायुसेना आधुनिक है, लेकिन उसका अनुभव और संख्या सीमित है.
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4. थल सेना (Army)
इजरायल
- टैंक: 1,370 (मर्कावा IV, दुनिया का सबसे उन्नत टैंक).
- बख्तरबंद वाहन: 43,000
- आर्टिलरी: 650 (300 सेल्फ-प्रोपेल्ड, 300 रॉकेट लॉन्चर)
- इजरायल की थल सेना मध्य पूर्व में सबसे मजबूत है और आधुनिक तकनीक से लैस है.
कतर
- टैंक: 62 (लेक्लर्क, फ्रांस से)
- बख्तरबंद वाहन: 2,000
- आर्टिलरी: 89 (28 सेल्फ-प्रोपेल्ड, 12 रॉकेट लॉन्चर)
- कतर की थल सेना छोटी है और ज्यादातर रक्षा के लिए डिज़ाइन की गई है.
तुलना: इजरायल की थल सेना कतर से बहुत बड़ी और ज्यादा युद्ध अनुभव वाली है. कतर की सेना रक्षात्मक है और आकार में छोटी है.
5. नौसेना (Navy)
इजरायल
- कुल जहाज: 67 (7 कोरवेट्स, 5 पनडुब्बियां, 45 पैट्रोल बोट)
- पनडुब्बियां (डॉल्फिन-क्लास) न्यूक्लियर मिसाइल ले जाने में सक्षम मानी जाती हैं.
- इजरायल की नौसेना छोटी लेकिन अत्याधुनिक है, जो मिसाइल हमलों और तटीय रक्षा में माहिर है.
कतर
- कुल जहाज: 86 (7 कोरवेट्स, 79 पैट्रोल बोट, कोई पनडुब्बी नहीं)
- कतर की नौसेना तटीय रक्षा और गश्त के लिए है, जिसमें इतालवी और तुर्की जहाज शामिल हैं.
- हाल ही में कतर ने अपनी नौसेना को मजबूत करने के लिए निवेश किया है.
तुलना: कतर की नौसेना में ज्यादा जहाज हैं, लेकिन इजरायल की पनडुब्बियां और मिसाइल क्षमता इसे ज्यादा ताकतवर बनाती हैं.
6. मिसाइल और हथियार
इजरायल
न्यूक्लियर हथियार: इजरायल एक अघोषित न्यूक्लियर शक्ति है, जिसके पास 80-200 न्यूक्लियर हथियार होने का अनुमान है.
मिसाइलें: जेरिको III (लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल), डेलिलाह क्रूज मिसाइल, आयरन डोम और डेविड्स स्लिंग जैसे मिसाइल डिफेंस सिस्टम. इजरायल की मिसाइल तकनीक दुनिया की सबसे उन्नत है और यह लंबी दूरी तक हमला कर सकती है.
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कतर
मिसाइलें: हेलफायर मिसाइलें (अपाचे हेलिकॉप्टरों के लिए), तुर्की से बेरक्तार ड्रोन और छोटी दूरी की मिसाइलें. कतर के पास कोई न्यूक्लियर हथियार या लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें नहीं हैं.
तुलना: इजरायल की मिसाइल और न्यूक्लियर क्षमता कतर से कहीं ज्यादा है. कतर की मिसाइलें रक्षात्मक और सीमित दूरी की हैं.
7. युद्ध अनुभव और रणनीति
- इजरायल: इजरायल ने कई युद्ध लड़े हैं (1948, 1967, 1973, लेबनान युद्ध, गाजा युद्ध) और उसकी सेना को आतंकवाद और क्षेत्रीय खतरों से निपटने का व्यापक अनुभव है. 2023 के हमास हमले और 2024 में हिजबुल्लाह, हूती और ईरान के खिलाफ कार्रवाइयों ने उसकी सैन्य ताकत को और साबित किया.
- कतर: कतर ने कभी कोई बड़ा युद्ध नहीं लड़ा. उसकी सेना का अनुभव सीमित है. ज्यादातर शांति मिशनों और क्षेत्रीय गठबंधनों (जैसे GCC) तक सीमित है.
तुलना: इजरायल की सेना को युद्ध का लंबा अनुभव है, जबकि कतर की सेना रक्षात्मक और कम अनुभवी है.
क्या कतर इजरायली हमले का जवाब दे सकता है?
9 सितंबर 2025 को इजरायल ने दोहा में हमास नेताओं पर हवाई हमला किया, जिसमें 15 फाइटर जेट्स और 10 म्यूनिशन्स का इस्तेमाल हुआ. इस हमले में 6 लोग मारे गए, जिनमें एक कतरी सुरक्षा अधिकारी शामिल था. कतर ने इसे “अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन” बताया और जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखा.
कतर की जवाबी क्षमता
सीमित सैन्य ताकत: कतर की सेना आधुनिक हथियारों (राफेल, F-15QA, हेलफायर मिसाइलें) से लैस है, लेकिन यह इजरायल की तुलना में बहुत छोटी और कम अनुभवी है. कतर के पास लंबी दूरी की मिसाइलें या न्यूक्लियर हथियार नहीं हैं, जो इजरायल के पास हैं.
अमेरिकी समर्थन: कतर में अमेरिका का अल उदेद एयर बेस है, जहां 10,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं. यह बेस कतर की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन कतर की अनुमति के बिना अमेरिका इस बेस से हमले नहीं कर सकता.
कूटनीतिक ताकत: कतर की असली ताकत उसकी कूटनीति और आर्थिक शक्ति में है. अल जजीरा जैसे मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता (गाजा शांति वार्ता) के जरिए कतर दबाव बना सकता है.
क्षेत्रीय गठबंधन: कतर, सऊदी अरब, यूएई और तुर्की जैसे देशों के साथ गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल (GCC) का हिस्सा है. सऊदी अरब और तुर्की ने दोहा हमले की निंदा की, लेकिन सैन्य समर्थन की संभावना कम है.
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चुनौतियां
- इजरायल की सैन्य श्रेष्ठता: इजरायल की वायुसेना, मिसाइल डिफेंस (आयरन डोम) और न्यूक्लियर क्षमता कतर से कहीं आगे है. दोहा हमले में इजरायल ने लंबी दूरी से सटीक हमला किया, जिसे कतर रोक नहीं सका.
- अमेरिकी तटस्थता: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले की निंदा की और कहा कि कतर अमेरिका का मजबूत सहयोगी है. हालांकि, अमेरिका ने सैन्य हस्तक्षेप से इनकार किया.
- सीमित जवाबी विकल्प: कतर के पास इजरायल पर सीधा सैन्य हमला करने की क्षमता नहीं है. उसकी सेना लंबी दूरी के हमलों के लिए तैयार नहीं है.
कतर के जवाबी उपाय
- कानूनी कार्रवाई: कतर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इजरायल के खिलाफ शिकायत दर्ज की और एक कानूनी टीम बनाई है.
- कूटनीतिक दबाव: कतर अपनी मध्यस्थता की भूमिका और अल जजीरा के जरिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय में इजरायल की निंदा कर सकता है.
- क्षेत्रीय समर्थन: कतर ईरान, तुर्की और अन्य अरब देशों से समर्थन मांग सकता है, लेकिन सैन्य गठबंधन की संभावना कम है.
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