डच प्रधानमंत्री डिक स्कूफ ने रूस को कड़ा संदेश देते हुए चेतावनी दी है कि अगर रूस ने नाटो के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ जारी रखी तो नाटो देशों को रूसी विमान मार गिराने पर मजबूर होना पड़ सकता है.
स्कूफ ने यह बयान न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान ब्लूमबर्ग टीवी से बातचीत में दिया. उन्होंने कहा, “रूसियों को पता होना चाहिए कि अगर वे नाटो एयरस्पेस में घुसे तो उन्हें गिराया जा सकता है. यह गंभीर उल्लंघन है.”
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हाल ही में रूसी विमानों और ड्रोन ने एस्टोनिया, पोलैंड और रोमानिया के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया, जिससे नाटो की पूर्वी सीमा पर सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है. एस्टोनिया ने तो इस मुद्दे पर नाटो और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग की है.
पोलैंड ने भी दी है रूसी घुसपैठ पर धमकी
पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने सोमवार को साफ कहा कि उनका देश हवाई खतरों को तुरंत गिरा देगा और इस पर किसी चर्चा की गुंजाइश नहीं है. वहीं, जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने चेताया कि ऐसा कदम उठाकर नाटो “पुतिन के उकसावे के जाल” में फंस सकता है.
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नाटो रूसी घुसपैठ पर जवाब देने की चेतावनी दी
नाटो ने इस हफ्ते घोषणा की है कि वह रूसी घुसपैठ पर “मजबूत प्रतिक्रिया” देगा और जरूरत पड़ने पर सैन्य विकल्पों का भी इस्तेमाल करेगा. नाटो महासचिव मार्क रुट्टे ने कहा कि किसी भी विमान को मार गिराने का फैसला खुफिया जानकारी, विमान के हथियार, उसके इरादों और नागरिकों व बुनियादी ढांचे पर संभावित खतरे को देखकर लिया जाएगा.
डिक स्कूफ ने दोहराया कि रूस की यह लापरवाही गंभीर नतीजे ला सकती है. उन्होंने कहा, “पुतिन को समझना चाहिए कि इसमें हमेशा बड़ा जोखिम है.”
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