मध्य प्रदेश के खंडवा में महिलाओं की कब्रों को खोदकर उनके शवों के साथ छेड़छाड़ का अत्यंत घिनौना मामला सामने आया है, जिसने पूरी मानवता को शर्मसार कर दिया है. जीवन भर अपनी अस्मिता की रक्षा करने वाली महिलाओं में अब यह डर है कि क्या मृत्यु के बाद भी उनकी अस्मिता सुरक्षित रह पाएगी?
दरअसल, खंडवा के बड़े कब्रिस्तान में दो दिन पहले दफनाई गई महिलाओं की ताजा कब्रें खुली पाई गईं, जिससे हड़कंप मच गया. परिजन कुछ धार्मिक रस्में, जैसे दुआ-फातिहा, करने आए थे, तो कब्रों की दुर्दशा देखकर स्तब्ध रह गए. आसपास देखने पर एक और ताजा कब्र के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ पाया गया.
परिजनों ने शहर काजी, कब्रिस्तान प्रबंधन कमेटी और पुलिस को सूचित किया. सभी तुरंत मौके पर पहुंचे और घटना को गंभीरता से लिया. सवाल उठे कि ऐसा किसने किया होगा? क्यों किया होगा? इसके पीछे क्या मंशा थी? साथ ही चिंता गहराई कि क्या कोई महिला कब्र में भी सुरक्षित नहीं है?
मृतका के भतीजे ने बताया कि हम अपनी बुआ की कब्र पर दुआ-फातिहा करने आए थे, तो कब्र खुली मिली. आगे बढ़कर देखा, तो एक और कब्र भी खुली थी. हमने सभी को सूचित किया और थाने पहुंचकर टीआई साहब को जानकारी दी. पुलिस मौके पर जांच कर रही है. सीसीटीवी फुटेज में वे लोग दिख रहे हैं, जिन्होंने कब्र खोदी थी. एक व्यक्ति स्पष्ट दिखाई दे रहा है. इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि यह दूसरी बार हुआ है. हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. ऐसी सजा मिले कि कोई मुर्दों के साथ ऐसी हरकत दोबारा न करे. मामला गर्माने पर कब्रिस्तान के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए.
दरअसल, तीन महीने पहले भी ऐसी ही घटना हुई थी, जिसके बाद वहां सीसीटीवी लगाए गए थे. फुटेज में हैरान करने वाला दृश्य सामने आया. अमावस की गहरी अंधेरी रात में एक युवक पूरी तरह निर्वस्त्र होकर कब्र की ओर जाता दिखा. उसका ध्यान एक सीसीटीवी कैमरे पर गया, तो उसने कब्र से कपड़ा उठाकर कैमरे को ढंक दिया. हालांकि, यह दृश्य दूसरे कैमरे में कैद हो गया, जिसका उसे अंदाजा नहीं था. दिन के फुटेज में भी एक संदिग्ध युवक कब्र के पास रेकी करता दिखा. ये फुटेज काफी स्पष्ट थे, जिससे लोगों को उम्मीद जगी कि यह हैवान जल्द पकड़ा जाएगा.
शहर काजी सैयद निसार अली ने बताया, इससे पहले भी खंडवा के बड़े कब्रिस्तान में चार से छह कब्रों को नुकसान पहुंचाया गया था. आज सुबह फिर सूचना मिली कि दो कब्रें खुली पाई गई हैं. पहले की घटना के बाद कमेटी ने कैमरे लगाए थे, जिसका फायदा अब दिख रहा है. कब्रों को नुकसान पहुंचाने वाले जल्द पुलिस की पकड़ में आ जाएंगे. पुलिस जल्द से जल्द उनकी शिनाख्त कर गिरफ्तार करे और ऐसी कठोर सजा दे कि भविष्य में कोई ऐसी हरकत न करे.
सीसीटीवी फुटेज में वह शख्स दिखा है. उसने एक कैमरे को कपड़े से ढंक दिया था, लेकिन दूसरा कैमरा उसे कैद कर चुका है. मुस्लिम समाज इस घटना से बहुत आक्रोशित और उद्वेलित था. पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई शुरू की. सीसीटीवी फुटेज से आरोपी तक पहुंचने में मदद मिली. जब पुलिस ने उस हुलिए के व्यक्ति के फोटो और फुटेज संबंधितों को भेजे, तो थाना जावर से महत्वपूर्ण जानकारी मिली.
इसके अनुसार, मुंदवाड़ा गांव का अय्यूब पिता ईस्माइल खान, उम्र 50 वर्ष, इस कद-काठी का है और उसका आपराधिक रिकॉर्ड है. वह न केवल चोरी, बल्कि हत्या जैसे गंभीर अपराधों में सजा काट चुका है. वह थाने में निगरानीशुदा बदमाश के रूप में दर्ज है. पुलिस ने अय्यूब को हरसूद के पास से देर रात गिरफ्तार किया. कड़ाई से पूछताछ में उसने वारदात कबूल की. उसने बताया कि मई में खंडवा और सिहाड़ा के कब्रिस्तानों में भी उसने दो ताजा कब्रें खोदी थीं, जो महिलाओं की थीं.
एसपी मनोज कुमार राय ने बताया, 21 सितंबर को सूचना मिली कि खंडवा के बड़े कब्रिस्तान में दो कब्रों के साथ अज्ञात व्यक्ति द्वारा छेड़छाड़ की गई है. कब्र की फर्शी हटा दी गई थी. सूचना पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची, साथ ही कब्रिस्तान प्रबंधन कमेटी के लोग भी आए. वहां स्पष्ट हुआ कि दोनों कब्रों के साथ छेड़छाड़ की गई है.
धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का प्रकरण कोतवाली में दर्ज किया गया. सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति का मूवमेंट दिखा. जांच में पता चला कि थाना जावर के ग्राम मुंदवाड़ा का अय्यूब, जो निगरानी बदमाश है, संभवतः इसका जिम्मेदार हो सकता है. उसे हरसूद के पास से देर रात पकड़ा गया. पूछताछ में उसने कबूल किया कि 19 मई को भी खंडवा और सिहाड़ा के कब्रिस्तानों में उसने ऐसी ही वारदात की थी.
तीसरी घटना 21 सितंबर की रात को उसने की. उसने बताया कि जेल में एक व्यक्ति ने उसे तांत्रिक क्रिया के लिए उकसाया था, जिसके चलते उसने ये तीनों घटनाएं कीं. उसके खिलाफ एनएसए की कार्रवाई भी की जा रही है.
आरोपी अय्यूब की इन वहशियाना हरकतों से न केवल उसका परिवार, बल्कि गांव वाले भी उससे दूरी बनाए रखते हैं. पुलिस में उसके खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. उसने पहले अपनी दो पत्नियों की हत्या की थी—एक को कुएं में डुबोकर और दूसरी को जलाकर.
पत्नी की हत्या के मामले में वह 15 मई 2025 को आजीवन कारावास की सजा काटकर इंदौर की केंद्रीय जेल से रिहा हुआ था. हैरानी की बात है कि रिहाई के चार दिन बाद ही, 19 मई को, उसने खंडवा और सिहाड़ा के कब्रिस्तानों में महिलाओं की ताजा कब्रें खोलकर छेड़छाड़ की. इसके बाद 21 सितंबर को उसने फिर वही पाशविक कृत्य दोहराया.
सीसीटीवी फुटेज के कारण वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया, वरना यह गुत्थी अनसुलझी रह जाती. अब पुलिस उसके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई कर रही है, ताकि कठोर सजा सुनिश्चित हो. कब्रिस्तान कमेटी ने राहत की सांस ली है, लेकिन समाज की महिलाएं खौफजदा हैं. वे जीवन भर अपनी अस्मिता की रक्षा करती रहीं, लेकिन क्या कब्र में भी वे सुरक्षित रह पाएंगी?
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