पशु तस्करों के साथ झड़प में मारे गए गोरखपुर के नीट छात्र दीपक गुप्ता के परिजनों से सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की. गोरखनाथ मंदिर स्थित बैठक कक्ष में सीएम ने परिजनों को ढांढस बंधाया और आर्थिक मदद के रूप में पांच लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की. उन्होंने भरोसा दिलाया कि घटना में शामिल एक भी अपराधी बख्शा नहीं जाएगा और सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी.
सीएम ने जताई संवेदना
मुख्यमंत्री ने दीपक के पिता दुर्गेश गुप्ता, मां और अन्य परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार परिवार के साथ खड़ी है. इस दौरान सांसद रविकिशन शुक्ल और विधायक महेंद्रपाल सिंह भी मौजूद रहे.
क्या हुआ था
15/16 सितंबर की रात पिपराइच थाना क्षेत्र के महुआचाफी गांव में पशु तस्करों की तीन गाड़ियां पहुंचीं और मवेशियों को खोलने लगीं. शोर सुनकर ग्रामीण बाहर आ गए. इसी बीच नीट की तैयारी कर रहा 19 वर्षीय दीपक भी मौके पर पहुंच गया. ग्रामीणों और तस्करों के बीच पथराव हुआ, जिसमें दीपक तस्करों के कब्जे में आ गया. कुछ ही देर बाद उसका शव सरैया गांव से बरामद हुआ.
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि एक आरोपी मुठभेड़ में घायल हुआ. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी अभियुक्तों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
ग्रामीणों में गुस्सा
घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है. उनका कहना है कि लंबे समय से इलाके में पशु तस्कर सक्रिय हैं, लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते वे बेलगाम हो गए. दीपक की मौत ने इस नाराजगी को और बढ़ा दिया है. ग्रामीणों की मांग है कि इस अवैध गतिविधि को पूरी तरह खत्म किया जाए.
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