0

Shardiya Navratri 2025: सूर्य ग्रहण के साए में नवरात्र की शुरुआत, माता की चौकी लगाने से पहले जरूर करें ये 3 काम – shardiya navratri 2025 surya grahan ghatsthapana timing upay before kalashsthapana tvisc


आज यानी 21 सितंबर को साल 2025 का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. इस खगोलीय घटना का धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है. खास बात यह है कि इस सूर्य ग्रहण के ठीक अगले दिन से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है. शारदीय नवरात्र, जो कि मां दुर्गा की उपासना और शक्ति की साधना का पर्व है, पूरे भारत में उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. ऐसे में भक्तों के मन में यह सवल उठ रहा है कि जब नवरात्र की शुरुआत सूर्य ग्रहण की छाया में हो रही है, तो क्या घटस्थापना की प्रक्रिया पर इसका कोई प्रभाव पड़ेगा. ऐसे में आइए जानते हैं घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और माता की चौकी लगाते समय क्या-क्या सावधानी बरतनी होगी.

कितने बजे समाप्त होगा सूर्य ग्रहण?

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 21 सितंबर को सूर्य ग्रहण की शुरुआत भारतीय समयानुसार रात 11 बजे होगी और समापन देर रात 03 बजकर 23 मिनट पर होगा. इसका मध्यकाल  01 बजकर 11 मिनट पर होगा. चूंकि यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, इसलिए इसके कारण सूतक काल मान्य नहीं माना जाएगा.

घटस्थापना मुहूर्त पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव

नवरात्र का पहला दिन घटस्थापना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. घटस्थापना नवरात्र पूजा की शुरुआत का प्रतीक है. शास्त्रों के अनुसार, घटस्थापना निश्चित मुहूर्त में ही किया जाना चाहिए. चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका कोई प्रभाव घटस्थापना पर नहीं पड़ेगा और भक्त निर्धारित समय में कलश स्थापना कर सकते हैं. हालांकि फिर भी ज्योतिषविदों की सलाह है कि सूर्य ग्रहण के बाद अगली सुबह घटस्थापना से पहले तीन काम जरूर कर लेना चाहिए.

घटस्थापना से पहले करें ये 3 शुभ कार्य

गंगाजल का छिड़काव करें- सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद घर के हर कोने में गंगाजल छिड़कें. इससे वातावरण शुद्ध और पवित्र बनता है. घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. ध्यान रखें कि पूजन सामग्री पर भी गंगाजल का छिड़काव अवश्य करें. 

घर की संपूर्ण सफाई-  ग्रहण खत्म होने के बाद और नवरात्र आरंभ होने से पहले सूर्योदय से पहले घर को अच्छी तरह साफ-सुथरा करें. स्वच्छता को देवी पूजन में विशेष महत्व दिया गया है. इससे माना जाता है कि मां दुर्गा घर में प्रसन्न होकर प्रवेश करती हैं.

पीले वस्त्र धारण करें- ग्रहण समापत होगे के बाद स्नान करके शुद्ध एवं साफ वस्त्र पहनें. यदि संभव हो तो इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनें. पीला रंग समृद्धि, सौभाग्य और सकारात्मकता का प्रतीक है. इसे धारण करने से घर में सुख-शांति और खुशहाली आती है.

—- समाप्त —-