अमेरिका और चीन के बीच बन रहे नए सौदे के तहत टिकटॉक के अमेरिकी संचालन पर नियंत्रण अमेरिका के पास होगा। व्हाइट हाउस ने शनिवार (स्थानीय समयानुसार) को बताया कि इस सौदे में टिकटॉक के वीडियो फीड चलाने वाले एल्गोरिदम पर अमेरिकी कंपनियों का नियंत्रण रहेगा और अमेरिका के नागरिकों को सात सदस्यीय बोर्ड में छह सीटें मिलेंगी।
अमेरिका और चीन के बीच इस विवाद का बड़ा मुद्दा यह था कि टिकटॉक की चीनी पैरेंट कंपनी बाइटडांस के हिस्सेदारी बेचने के बाद भी क्या चीन एल्गोरिदम पर पकड़ बनाए रखेगा। कांग्रेस ने जनवरी में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून पास किया था, लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार आदेश देकर टिकटॉक को अस्थायी छूट दी, ताकि बाइटडांस और अमेरिकी कंपनियों के बीच समझौता हो सके।
ये भी पढ़ें: Gold Card: ट्रंप गोल्ड कार्ड आधिकारिक तौर पर लागू; लुटनिक ने बताया कितनी चुकानी होगी फीस और इसे लाने की वजह
डेटा और सुरक्षा का जिम्मा संभालेगी ओरेकल
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि टेक दिग्गज ओरेकल टिकटॉक के डेटा और सुरक्षा का जिम्मा संभालेगी। साथ ही उन्होंने बताया कि नियोजित बोर्ड की सात में से छह सीटों पर अमेरिकियों का नियंत्रण होगा। उन्होंने कहा, ‘हमें 100 फीसदी विश्वास है कि सौदा पक्का हो गया है, अब बस उस पर हस्ताक्षर होने बाकी हैं और राष्ट्रपति की टीम अपने चीनी समकक्षों के साथ मिलकर इसी काम में जुटी है।’
सौदे को लेकर ट्रंप और जिनपिंग के बीच हुई थी लंबी बातचीत
शुक्रवार (स्थानीय समयानुसार) को राष्ट्रपति ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने फोन पर टिकटॉक सौदे को लेकर लंबी बातचीत की थी। ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी निवेशक तैयार हैं और शी जिनपिंग इस मामले में सहयोगी रुख दिखा रहे हैं। जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या चीन इस एल्गोरिदम को नियंत्रित करेगा, तो उन्होंने कहा, ‘इस पर पूरी तरह से काम चल रहा है। हमारा नियंत्रण बहुत अच्छा होगा।’
ये भी पढ़ें: Pakistan: क्या पाकिस्तान ने टेक दिए घुटने? कश्मीर विवाद पर कहा- शांति और स्थिरता के लिए भारत से बात को तैयार
जल्द ही अंतिम रूप ले लेगा सौदा: लेविट
ट्रंप-जिनपिंग की फोन कॉल के बाद चीनी सरकार की ओर से एक बयान जारी किया गया, जिसमें यह स्पष्ट नहीं किया गया कि अमेरिकी प्रतिबंध से बचने के लिए टिकटॉक की चीनी मूल कंपनी द्वारा नियंत्रक हिस्सेदारी की बिक्री के संबंध में शी ने क्या सहमति व्यक्त की थी। इस पर लेविट ने उम्मीद जताई कि सौदा जल्द ही अंतिम रूप ले लेगा। उन्होंने कहा, ‘अब बस समझौते पर हस्ताक्षर होने बाकी हैं। उम्मीद है आने वाले दिनों में ऐसा हो जाएगा।’